पी. वी. सिंधु (पूरा नाम: पुसरला वेंकट सिंधु) भारतीय बैडमिंटन की दुनिया में एक चमकता सितारा हैं, जिन्होंने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से वैश्विक मंच पर देश का नाम रोशन किया है।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा:
सिंधु का जन्म 5 जुलाई 1995 को हैदराबाद, तेलंगाना में हुआ था। उनके पिता, पी. वी. रमण, और माता, पी. विजया, दोनों ही वॉलीबॉल के राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी रहे हैं, जिससे खेल उनके परिवार की रगों में बसा है।
बैडमिंटन की ओर रुझान :
सिंधु ने मात्र आठ वर्ष की आयु में बैडमिंटन खेलना शुरू किया। उन्होंने पुलेला गोपीचंद की अकादमी में प्रशिक्षण लिया, जहां उनकी मेहनत और समर्पण ने उन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सफलता दिलाई।
प्रमुख उपलब्धियां :
- ओलंपिक पदक: सिंधु ने 2016 रियो ओलंपिक में रजत पदक और 2020 टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचा।
- विश्व चैंपियनशिप: 2019 में, उन्होंने स्वर्ण पदक जीतकर भारत की पहली बैडमिंटन विश्व चैंपियन बनीं।
- अन्य टूर्नामेंट: सिंधु ने बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर, एशियाई खेलों, और कॉमनवेल्थ गेम्स में भी कई पदक जीते हैं।
नवीनतम अपडेट: विवाह
23 दिसंबर 2024 को, पी. वी. सिंधु ने उदयपुर के होटल राफेल्स में व्यवसायी वेंकट दत्ता साई से विवाह किया।
शादी की रस्में 20 दिसंबर से शुरू हुईं, जिसमें संगीत, मेहंदी, और हल्दी समारोह शामिल थे।
शादी में परिवार के सदस्यों और करीबी मित्रों ने शिरकत की, और 24 दिसंबर को हैदराबाद में एक भव्य रिसेप्शन आयोजित किया गया।
वेंकट दत्ता साई: परिचय
वेंकट दत्ता साई हैदराबाद के एक प्रतिष्ठित व्यवसायी हैं, जो पोसाइडेक्स टेक्नोलॉजीस में कार्यकारी निदेशक के पद पर कार्यरत हैं।
सिंधु और वेंकट की मुलाकात 2022 में एक फ्लाइट के दौरान हुई थी, जहां से उनकी दोस्ती ने प्रेम का रूप लिया।
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सिंधु की प्रेम कहानी:
सिंधु और वेंकट की प्रेम कहानी बेहद रोचक है।
दोनों की मुलाकात 2022 में एक फ्लाइट के दौरान हुई, जहां से उनकी दोस्ती गहरी होती गई और अंततः उन्होंने विवाह का निर्णय लिया।
सिंधु की उपलब्धियों का संक्षिप्त विवरण:
- ओलंपिक: 2016 (रजत), 2020 (कांस्य)
- विश्व चैंपियनशिप: 2019 (स्वर्ण)
- कॉमनवेल्थ गेम्स: 2018 (स्वर्ण), 2022 (स्वर्ण)
- एशियाई खेल: 2018 (कांस्य)
सिंधु की खेल शैली:
सिंधु की खेल शैली में उनकी आक्रामकता, तेज गति, और कोर्ट कवरेज की विशेषता है। उनकी स्मैश और नेट प्ले उन्हें अन्य खिलाड़ियों से अलग बनाते हैं।
सम्मान और पुरस्कार :
सिंधु को उनके योगदान के लिए कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है, जिनमें पद्म श्री, पद्म भूषण, और राजीव गांधी खेल रत्न प्रमुख हैं।
पीवी सिंधु: अवार्ड
- जनवरी 2020 में, पीवी सिंधु को भारत में सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार- पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।
- मार्च 2015 में, सिंधु को भारत में चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार- पद्म श्री से सम्मानित किया गया।
- अगस्त 2016 में, उन्हें भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान- राजीव गांधी खेल रत्न से सम्मानित किया गया।
- सितंबर 2013 में पीवी सिंधु को खेलों में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए अर्जुन अवॉर्ड से नवाजा गया।
- उन्हें फिक्की द्वारा ब्रेकथ्रू स्पोर्ट्सपर्सन ऑफ द ईयर 2014 का खिताब दिया गया था।
- 2015 मकाऊ ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप में अपनी जीत के लिए उन्हें बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया से US$14,000 मिले।
- उन्हें 2016 मलेशिया मास्टर्स में अपनी जीत के लिए बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया से 7,000 अमेरिकी डॉलर मिले।
सामाजिक योगदान :
सिंधु खेल के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय हैं। वे महिला सशक्तिकरण और शिक्षा के क्षेत्र में जागरूकता फैलाने के लिए कार्यरत हैं।
भविष्य की योजनाएं :
विवाह के बाद भी, सिंधु ने अपने खेल करियर को जारी रखने की इच्छा व्यक्त की है। वे आगामी टूर्नामेंट्स में देश के लिए और पदक जीतने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
पी. वी. सिंधु भारतीय खेल जगत की एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व हैं, जिन्होंने अपने कठिन परिश्रम और समर्पण से सफलता की ऊंचाइयों को छुआ है। उनकी जीवन यात्रा युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत है।